भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) की स्थापना संसद के एक अधिनियम के तहत 2 अप्रैल 1990 को हुई। यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास तथा इसी तरह की गतिविधियों में संलग्न संस्थाओं के कामकाज में समन्वय के लिए प्रमुख वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करता है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की पूंजी तक पहुँच को सुगम बनाना और उनकी क्षमताओं में वृद्धि करना, ताकि भारतीय तथा वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ उनका गहन एकीकरण हो सके।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के जीवन चक्र के सभी चरणों के लिए प्रथम संपर्क बिंदु के रूप में उभरना।
नैतिकता, सशक्तीकरण, नवोन्मेष, समानता एवं पर्यावरण।
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) की स्थापना संसद के एक अधिनियम के तहत 1990 में हुई है। सिडबी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास के त्रिआयामी एजेंडे को निष्पादित करने और इसी प्रकार की गतिविधियों में संलग्न विभिन्न संस्थाओं के कामकाज में समन्वय के लिए प्रमुख वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करने का अधिदेश प्राप्त है।
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अंतिम अपडेट: 08-04-2025